राज्य सरकार ने बुधवार को केंद्र को गंगनहर परियोजना और भाखरा केनाल प्रोजेक्ट के कमांड क्षेत्र में खाला (वाटर कोर्स) निर्माण की स्वीकृति के लिए योजना रिपोर्ट भेज दी। वाटर कोर्स बनने के बाद दोनों परियोजनाओं के सिंचाई क्षेत्र में करीब 17 प्रतिशत बढ़ोतरी हो जाएगी। रिपोर्ट में भाखरा नांगल और गंगनहर परियोजना क्षेत्र में खाला निर्माण पर 850 करोड़ रुपए की लागत आने का अनुमान व्यक्त किया गया है। यह रिपोर्ट राज्य के सिंचित क्षेत्र विकास विभाग ने केन्द्रीय जल संसाधन मंत्रालय को भेजी है।
इसमें गंगनहर परियोजना में करीब 70 हजार हेक्टेयर और भाखरा केनाल प्रोजेक्ट में लगभग 1 लाख 40 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में खाला निर्माण करना बताया गया है। गंगनहर परियोजना में खाला निर्माण की लागत करीब 67 करोड़ व भाखरा केनाल प्रोजेक्ट में 783 करोड़ लागत आने की संभावना है। दोनों परियोजना क्षेत्रों में अभी करीब 62 प्रतिशत क्षेत्र में सिंचाई की जा रही है। खाला निर्माण के बाद यह क्षेत्र बढ़कर 79 प्रतिशत हो जाएगा। इस प्रकार किसानों को करीब 17 प्रतिशत इलाके में अतिरिक्त सिंचाई का लाभ मिल सकेगा। खाला निर्माण के बाद परियोजना से सिंचाई के उपयोग में लिए जा रहे पानी की बचत होगी तथा कृषि उत्पादन भी बढ़ेगा। वर्तमान में सिंचाई के समय काफी पानी व्यर्थ बह जाता है, लेकिन खाला निर्माण से इसका सदुपयोग हो सकेगा। व्यर्थ बहने वाला पानी सिंचाई क्षेत्र में बढ़ोतरी होने पर अतिरिक्त उत्पादन देने वाला साबित होगा।
Jagran
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