पश्चिमी राजस्थान में कच्चे तेल की खोज करने के बाद केयर्न इंडिया लिमिटेड व ओएनजीसी ने अब संयुक्त रूप से हाड़ौती समेत पूर्वी राजस्थान में भी तेल व प्राकृतिक गैस की तलाश शुरू कर दी है। कंपनी के अधिकारी इन दिनों कोटा, झालावाड़ व बारां के विभिन्न इलाकों में भूमि के द्विआयामी कंपन के आंकड़े जुटाने में लगे है।
हाड़ौती सहित पूर्वी राजस्थान के 3 हजार 585 वर्ग किलोमीटर लंबे अपतटीय भू क्षेत्र को विंध्य ब्लॉक कोड नाम दिया गया है। केयर्न इंडिया के सूत्रों ने बताया कि सतह की भू-संरचना को जानने के लिए कम गहराई पर परीक्षण खुदाई का कार्य प्रारम्भ कर दिया है। भूमि लघु व मध्यम तीव्रता पर एक गहरा छेद किया जा रहा है। उसमें तकनीकी यंत्र के माध्यम से ध्वनि उत्पन्न कर भूमि की परतों से गुजरने वाली तरंगों को रिकार्ड किया जा रहा है। इसके लिए लघु व तीव्रता वाली कंपन तकनीक काम में ली जा रही है। इस कंपन सर्वेक्षण के जरिए विंध्य ब्लॉक की आंतरिक भू-संरचनाओं को समझने में भू-वैज्ञानिकों को मदद मिलेगी।
एक सप्ताह बाद विभिन्न सर्वेक्षण गतिविधियां शुरू होंगी। इसके लिए ही द्विआयामी कंपन के आंकड़े रिकार्ड करने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। प्रथम चरण का मुख्य कार्य दो माह बाद अगस्त से अक्टूबर के बीच होगा, जो तीन माह तक चलेगा। खोज के प्रथम चरण को पूरा करने के लिए लगभग तीन वर्ष का लक्ष्य तय किया गया है।
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