Wednesday, June 11, 2008

पक्षी की एक नई प्रजाति खोज

पूर्वी नेपाल के एक प्रसिद्ध वन्य जीव अभयारण्य से जुड़े पक्षी विज्ञानियों ने पक्षी की एक नई प्रजाति खोजने में सफलता पाई है। इस पक्षी को 'साइक्स नाइटजार' नाम दिया गया है। बर्ड कंजरवेशन नेपाल [बीसीएन] से संबद्ध इन पक्षी विज्ञानियों ने कोसी टापू वाइल्डलाइफ रिजार्ट में इस पक्षी की पहचान की है। बीसीएन नेपाल में पक्षियों के संरक्षण और उनसे संबंधित रिकार्ड रखने वाली अधिकृत एजेंसी है। पक्षी विज्ञानियों ने 'साइक्स नाइटजार' को सबसे पहले जनवरी में कोसी बराज से करीब तीन किलोमीटर दूर कोसी नदी के किनारे देखा था। उनकी जानकारी और खोज को अब नेपाल रेयर ब‌र्ड्स कमेटी [एनआरबीसी] की मान्यता मिल गई है।

इस पक्षी का स्थानीय नाम 'अपूर्व चैते चारा' तथा वैज्ञानिक नाम 'केप्रीमुलगस मेहरेटेंसिस' है। खोजकर्ताओं के अनुसार मध्यम आकार वाले नाइटजार के पंख लंबे होते हैं। यह उड़ते हुए ही अपना शिकार [कीड़े-मकोड़ों] पकड़ने में सक्षम होता है। उल्लू की तरह इसे भी रात्रिचर पक्षियों की श्रेणी में रखा जा सकता है।

कोसी टापू में नाइटजार की पांच प्रजातियों की खोज की जा चुकी है। इनमें से साइक्स नाइटजार कभी-कभी ही नेपाल के प्रवास पर आता है। इनकी कुछ संख्या पाकिस्तान, पश्चिमोत्तर भारत और दक्षिण-मध्य चीन से भी आती है। गौरतलब है कि इस प्रजाति के पक्षियों की पूरी दुनिया में कुल संख्या का नौ फीसदी नेपाल में ही पाया जाता है।

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