जयपुर, राजधानी के आमेर कस्बे के पास 'हाथी गांव' परियोजना बनकर तैयार हो गई है। अगले महीने से हाथी गांव में हाथी रहने लगेंगे। इस परियोजना के प्रथम चरण में 51 शैड बनाए गए है, जिनमें आमेर महल में सवारी में लगे 51 हाथी व उनके महावत रह सकेंगे। पर्यटन आयुक्त उषा शर्मा ने बताया कि द्वितीय चरण में सवारी में लगे अन्य हाथियों के शैड बनाए जाएंगे। हाथी गांव में पशु चिकित्सालय, तालाब व हाथी सवारी के लिए ट्रैक भी बनाया गया है। पर्यटकों की सुविधा के लिए कैफेटेरिया, प्रदर्शनी स्थल भी बनेगा। हाथियों को प्राकृतिक वातावरण मिल सके, इसके लिए बड़ी संख्या में पेड़-पौधे लगाए है।
जयपुर में बना हाथी गांव देश का पहला गांव होगा। विश्व में श्रीलंका व थाईलैंड के बाद तीसरा हाथी गांव यहां बनाया है।
पंद्रह साल पहले हाथी गांव परियोजना की नींव रखी गई। सरकार ने बजट व स्थान भी आवंटित कर दिए, लेकिन यह परियोजना किसी न किसी कारण सरकारी विभागों में फुटबाल बनी रही। एक साल पहले सरकार ने हाथी गांव परियोजना को आमेर महल विकास व प्रबंधन प्राधिकरण को सौंपा। प्राधिकरण ने साल भर में परियोजना को मूर्तरूप दे दिया।
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